Saturday, July 5, 2008

बंद का खेल

हिन्दुओ की आस्था के प्रतीक बाबा अमरनाथ के भक्तो ने गुरूवार को बंद का जो खेल खेला उसमे सबसे अधिक सुलगा मध्य प्रदेश। प्रदेश की उद्योग नगरी इंदौर में इसका सबसे भयानक रूप देखने में आया। यहाँ गौर करने वाली बाली बात यह है की यह सब हुआ आस्था के नाम पर। मात्र १०० एकड़ ज़मीन के टुकड़े के लिए। मुझे ये नहीं समझ में अत की किस खुदा ने कहा है के मेरे लिए खून बहाव। किस कूड़ा ने कहा है की मेरे नाम पर छोटे छोटे मासूम बचचो के मुह से दूध छीन लो बीमारों और मजबूरो को परेसान करो। हर बंद की तरह ये बंद भी खून के छिटो से भीगा हुआ ही साबित हुआ।

3 comments:

ताऊ रामपुरिया said...

जोरदार तरीके से लिखा आपने ! और भाइ हमारे इंदोर
मे तो सबसे ज्यादा खून के छींटे
बिखरे ! जिनके घर उजड गये उनका क्या होगा ?
और लिखिये !
शुभकामनाएँ !

pritima vats said...

बहुत अच्छा लिखा है आपने । धन्यवाद।

SHAKTI said...

aap sabhi ke protsahan ke liye dhanyvaad. main pahli baar likh raha ho. abhi tak mujhe apne aap ko vyakat karne me visheshkar lekhani ke madhyam se kafi dar lagta tha. agar aap sabhi ka protsahaan milta raha to mai kuch thik thak likh saku. ek baar pfhir shukriya.