Wednesday, November 5, 2008

ओबामा का मायाजाल

लो जीत गए बराक हुसैन ओबामा। अब तो खुश, हाँ भाई वो जीतते भी क्यों नही आख़िर हनुमानजी का आशीर्वाद जो साथ था। साथ थी बापू की तस्वीर। और पुरी दुनिया को बदलने का सपना। अरे हाँ पुरी दुनिया की दुआएं भी तो उनके ही पक्ष में ही थी। शायद आप सब भी यही सोच रहे होंगे। पर भाई अपुन तो ज़रा अलग सोचते है। दरअसल ओबामा एक बहुत बड़े छलिया है,जो जानता है अगर आपको सफलता पानी है तो सामने वाले को वो दो जो वो चाहते है, इसलिए उसने सबको दिखाए हसीं सपने, की प्यार की बातें, किया दुनिया बदलने का वादा और जीत लिया पूरी दुनिया का दिल। अब मिल गया उन्हें अमेरिका का ताज। पर भाई जरा सोचो क्या वो दुनिया बदलेंगे हाँ भाई बदलेंगे न दुनिया अमेरिका में दुसरे मुल्को के बाशिंदों की रोजी रोटी कमाने के अधिकार को लगाम कस कर। ये तो एक छोटा सा उदाहरण है। अभी तो ओबामा के खेल की शुरुआत है , आगे आगे देखिये होता है।

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