Friday, November 14, 2008

दर्द और अँधेरा

दर्द और अंधेरे का बड़ा गहरा रिश्ता होता है, जब आप कामयाब होते हो तब आपको इस शिखर से नीचे आने का डर लगा रहता है। और फ़िर किसी दिन आप नीचे आ जाते हो टीबी आप को दर्द होता है, और आपके चारो ओर अँधेरा होता है, आप इससे निकलना चाहते हो। आईजे ऐसा ही कुछ हुआ भारतीय क्रिकेटर युवराज के साथ। एक टाइम था जब वो स्टार हुआ करते थे, पर उन्होंने अपनी कामयाबी हो सम्भानले की उतने कोशिश नही की जितनी करनी चाहिए। और उनको टीम से बहार कर दिया गया। तब वो रास रंग में डूबे थे। इस लिए अपने खेल पर ध्यान नही दे पाये। इंडिया ऑस्ट्रेलिया सिरीज में ० पर आउट होते ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पर इंडिया इंग्लैंड सीरिज में १३८ रनों के विशालतम स्कोर तक पहुँच कर युवी ने ख़ुद को साबित कर दिया। यंहा दिलचस्प यह है की आज उनकी कमर में भीषण दर्द भी था पर मन के अंधरे ने इस दर्द को भुला दिया। और युवी ने एक शानदार पारी खेल कर अपने अंधरे से दर्द पर काबू पाया और फिर उस मुकाम तक पहुचे जिस जगह पर पहले थे। ' 'सो दर्द को पी ले साकी की कोई मंजिल तेरे इंतज़ार में बैठी है। उस अंधेरे से ख़ुद पर पा विजय की ये उजाले की पुकार है।'' मुबारक हो युवी.

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