Sunday, November 9, 2008

सौरव गांगुली, बंगाल का शेर या कहो दादा। नाम अनेक पर काम एक। सिर्फ़ और सिर्फ़ क्रिकेट। नागपुर टेस्ट के बाद बंगाल के इस शेर के बल्ले से इंडियन टीम के लिए रनों की दहाड़ बंद हो जायेगी। दादा ने ऑस्ट्रेलिया इंडिया सीरिज के बाद संन्यास लेने का एलान कर दिया है, दादा ने जो देसी क्रिकेट को दिया है वो शायद ही कोई और दे सके। दादा ने देसी क्रिकेट को आक्रामकता, और जुझारूपन देने का और विपक्षी टीम पर भारी पड़ने की कला सिखाई। भला इंडिया और इंग्लैंड सीरिज में टी शर्ट लहराने का कमाल कोई और नही कर पाया। कपिल देव के बाद दादा ने ही सिर्फ़ जुझारू और अपने दम पर मैच जितना सिर्फ़ दादा के ही बस का बात थी। दादा ने जब वापसी के बाद भी कमाल का प्रदर्शन किया और आलोचकों का मुंच बंद कर दिया। दादा तुम्हारे बाद तुम्हरी कमी मेरे साथ ही पुरे देश को खलेगी, दादा तुजे सलाम।

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