Saturday, November 8, 2008

देशद्रोही या देशभक्त

बापू महात्मा गाँधी, सरदार पटेल, भगत सिंह और सुभाष चन्द्र बोस ने ये कभी नही कहा की हम उत्तर भारत के है या पश्चिम भारत के उन सभी ने हमेशा यही कहा की हमसब भारतीय है और एक है। हो सकता है संवाद कुछ और हो, पर है एकदम अन्दर तक हिला देने वाले। ये डायलाग है फ़िल्म देशद्रोही के। फ़िल्म में कुछ जाने तो कुछ अनजाने चेहर जरूर है, पर है एकदम दमदार फ़िल्म। निर्देशक नया है, कमाल खान, निर्माता नया है कमाल खान, और हीरो नया है कमाल खान यानि कमाल ने दिखाया है अपना कमाल। ये फ़िल्म एक ऐसे वक्त में आ रही है जब मुंबई में राज ठाकरे की मनसे के कुछ बंद अकाललोग उत्तर भारतीयों और बिहारियों को महाराष्ट्र और विशेषकर मुंबई से भर निकलने पर तुले है। अब ये कमाल की व्यापारिक दिमाग का कमाल कहे या राज और मनसे के लोगो को आइना दिखाने की नियत की इतनी अच्छी फ़िल्म बना डाली। कम से कम टीवी प्रोमो देख कर तो एक पर फ़िल्म देखने थियेटर में जाने का मन करता ही है, फ़िल्म देख कर ही शायद कुछ समझा जाए। फ़िल्म का नाम जरूर देशद्रोही है पर ये जगती है देशभक्ति।

1 comment:

Vivek Gupta said...

"बापू महात्मा गाँधी, सरदार पटेल, भगत सिंह और सुभाष चन्द्र बोस ने ये कभी नही कहा की हम उत्तर भारत के है या पश्चिम भारत के उन सभी ने हमेशा यही कहा की हमसब भारतीय है और एक है।"

सुंदर विचार |