Monday, July 12, 2010

झुकती है दुनिया...

एक गाना याद आ रहा है... तुन्ना ...तुन्ना... ता... ता... तुन्ना झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए.....। संजय दत्त और शत्रुघन सिन्हा के अभिनय से सजी फिल्म थी अधर्म। जिसमें संजय पर यह गाना फिल्माया गया था। अब जाकर समझ आ रहा है कि इन लाइनों में कितनी सच्चाई है और अब आप जिस विषय पर यह ब्लाग पढ़ेंगे उस पर कितनी सटीक बैठती हैं। मुंबई का बेताज बादशाह कौन? जानते ही होंगे बाला साहेब ठाकरे। और अपने चचा से बादशाहत छीनने के जोड़ तोड में लगे हुए शहजादे राज ठाकरे। तो भाईयो एवं बहनो। झुकती है दुनिया इन दोनों के कदमों में। कैसे? बताते हैं... देखिये बड़े ठाकरे साहब ने राजनीति में कमजोर पड़ती अपनी पकड़ के बाद एक बार फिर मराठी के हितैषी बनने में जुट गये। सो अपने ताजा फैसले के बाद के बाद उन्होंने ऐलान किया सभी निजी रेडियो चैनल बजायें मराठी गाने नहीं तो.....हम तुम्हारी बैंड बजा देंगे। अपने इस फैसले को दम देते हुए उन्होंने कहा कि आजकल देखने में आ रहा है कि निजी एफएम चैनल मराठी गाने नहीं बजा रहे हैं, ऐसा नहीं चलेगा। ठाकरे बाबा ने ऐलान किया एक हफ्ते के अंदर अगर मराठी गाने बजाना शुरू नहीं किया तो ... हमारे शेरों की सेना उनके खिलाफ आंदोलन शुरू कर देगी। ठाकरे बाबा के इस ऐलान के बाद कुछ खास तो न हुआ सिवाय इसके कि उनके भतीजे चेते... यह क्या बाबा तो मराठियों को अपनी साइड करने में जुट गये हैं। अब भला राज बाबू कैसे चुप रहते उन्होंने भी ऐलान किया कि हां.. हां मराठी गाने बजाओ नहीं तो खैर नहीं। यहां यह भी बता दें कि अभी तक बड़े ठाकरे और छोटे ठाकरे के बीच गद्दी को लेकर अलगाव हो गया था, लेकिन अंबानी ब्रदर्स के एक होने के बाद उनके खैरख्वाह भी राज और उद्धव ठाकरे के बीच समझौते के प्रयास में जुट गये थे। सो अब निजी एफएम चैनलों पर पड़ी दोहरी चोट... इधर कुआं, तो उधर खाई जाएं तो जाएं कहां। आखिर मायानगरी में ही तो उनकी दुकान सबसे ज्यादा चलती है। यहीं तो पूरा फिलिम इंडस्ट्री बसती है, यहां से गये तो रोटी के लाले पड़ जाएंगे। सो उन्होंने आपस में की काफी माथाफोड़ी कि क्या करें... कुछ ने कहा भाई बूढ़ा शेर है। उसकी ज्यादा चिंता मत करो। अब तक न की वरना शनिवार को ही उसके ऐलान के बाद ही मराठी प्रेम दिखाते और मराठी गाने बजाते। लेकिन तभी एफएम चैनलों की टीम में से किसी ने कहा भाई शेर की परवाह नहीं। लेकिन ये जो उनका छौना है... मनसे वाला वह भी खड़ा है शेर के साथ। शेर कुछ न करेगा, लेकिन छौने में दम है...देख चुके हैं कैसे यूपी-बिहार के भईय्याओं को भगाया था मार-मार कर। पूरे देश ने देखा था मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई शहरों में उनका तांडव। उसकी बात न मानी तो हमें भी बोरिया-बिस्तर बांध कर जाना पड़ सकता है। सो सहमति बनी मान लो शेर की बात अपना क्या जाता है। सबसे पहले रेडिया वन (93.4) नामक चैनल और उसने ऐलान किया हमें भी मराठी से प्रेम है, हम बजाएंगे मराठी गाने। इसके लिए बकायदा उन्होंने नया प्रोग्राम भी बना लिया टॉप 13 मराठी सांग। अब ये झुके तो झुके पर तुर्रा यह जनाब कि हम पहले ऐसे रेडिया चैनल हैं, जो बालीवुड के साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं के गाने बजाते हैं, आटिस्टों, संगीतकारो और गायकों के इंटरव्यू करके उन्हें प्रमोट करते हैं। तो हम हुए न सबसे लायक रेडियो चैनल। ठीक अब देखिये एक चैनल झुका तो बाकी भी झुकेंगे ही। अब शेर और शेर के भतीजे की वाह! वाह होने लगी, मराठियों ने सोचा वाह हमारे लिए कितना कुछ कर रहे हैं। चैनल ने सोचा चलो दुकान चलती रहेगी। और ठाकरे बाबा और राज बाबू ने अपनी ताकत का एक बार फिर लोहा मनवा दिया। वैसे तो महाराष्ट्र के इतिहास में कई कहानियां हैं जो इन दोनों की ताकतों को नुमाया करती हैं... लेकिन हाल-फिलहाल तो यही है। सो अब बाबा ठाकरे, भतीजे ठाकरे, एफएम चैनलों के साथ आप भी गाईये... झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए... तुन्ना तुन्ना.... ता...ता... तुन्ना।

1 comment:

Udan Tashtari said...

तुन्ना तुन्ना.... ता...ता... तुन्ना